Tuesday, June 25, 2024

4-प्यार में विश्वास और भ्रष्टाचार

प्यार की अभिलाषा में विश्वास और भ्रष्टाचार दोनों व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर महत्वपूर्ण विषय हैं। प्यार एक गहरा और स्थायी आदान-प्रदान होता है जिसमें विश्वास की बुनियाद होती है। यह दो व्यक्तियों के बीच एक मजबूत और संवेदनशील संबंध को सृजित करता है जो समर्पण, साझेदारी और सम्मान पर आधारित होता है।

विरोधाभास भ्रष्टाचार, जो सामाजिक संरचनाओं, अधिकारों और संस्थाओं में उच्च स्तर पर उभरता है, समाज में विश्वास को कमजोर कर सकता है। यह उसे निराशा, विभाजन और असमानता की दिशा में ले जाता है। भ्रष्टाचार से ग्रसित समाजों में लोगों की आस्था, न्याय के प्रति विश्वास और सामाजिक सुधार की क्षमता कमजोर होती है।

इसलिए, जब भी हम प्यार की अभिलाषा और भ्रष्टाचार के बारे में सोचते हैं, हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि प्यार और विश्वास एक समृद्ध और स्थिर समाज की नींव हैं, जबकि भ्रष्टाचार उसे नष्ट कर सकता है। इन विषयों की समझ और समाधान पर विचार करना हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है।

प्यार और विश्वास दो ऐसे तत्व हैं जो किसी भी रिश्ते की नींव होते हैं। इन दोनों के बिना किसी भी रिश्ते का अस्तित्व नहीं हो सकता। प्यार एक अद्भुत भावना है, जो हमें खुशी, संतोष और जीवन में एक नई ऊर्जा प्रदान करता है। दूसरी ओर, विश्वास एक ऐसा स्तंभ है, जिस पर यह प्यार टिका होता है। लेकिन जब इस प्यार में विश्वासघात और भ्रष्टाचार की काली छाया पड़ती है, तो यह रिश्ते को नष्ट कर देता है। इस संदर्भ में, हम प्यार में विश्वास और भ्रष्टाचार के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा करेंगे और यह समझने की कोशिश करेंगे कि ये तत्व कैसे किसी रिश्ते को प्रभावित करते हैं 

 प्यार में विश्वास का महत्व
विश्वास किसी भी प्रेम संबंध का आधार होता है। यह एक ऐसा तत्व है, जो दो लोगों के बीच के रिश्ते को मजबूती और स्थायित्व प्रदान करता है। विश्वास के बिना, कोई भी रिश्ता लंबे समय तक नहीं चल सकता। जब दो लोग एक-दूसरे पर विश्वास करते हैं, तो वे एक-दूसरे के प्रति समर्पित और निष्ठावान रहते हैं। यह विश्वास उन्हें एक-दूसरे के साथ हर मुश्किल समय में खड़ा रहने की शक्ति देता है।
प्यार एक ऐसी अद्वितीय भावना है जो हमारे जीवन को संवेदनशीलता, समर्पण, और साझेदारी के रूप में समृद्धता प्रदान करती है। इसमें विश्वास की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जो संबंध को मजबूत और स्थिर बनाने में मदद करती है। विश्वास उस आधार को प्रदान करता है जिस पर हम दूसरे इंसान को पूरी तरह से समझ सकते हैं और उसके साथ अनुभव साझा कर सकते हैं।
विश्वास न केवल एक व्यक्ति में बल्कि उन दोनों के बीच के संबंध में भी महत्वपूर्ण है। यह संबंधों को आत्मीय और सुरक्षित बनाता है, जिससे हम अपनी भावनाओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सकते हैं और एक-दूसरे पर पूरी तरह से निर्भर रह सकते हैं। विश्वास की वजह से हम उस व्यक्ति के प्रति सहानुभूति, समर्थन और स्नेह का अनुभव करते हैं, जो हमारे जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से बन जाते हैं।
विश्वास के बिना, प्यार की अभिलाषा नष्ट हो सकती है और संबंध अस्थिर हो सकते हैं। विश्वास की अभाव में, शक, संदेह और दूसरे नकारात्मक भाव हमारे भावनात्मक संपर्क को खतरे में डाल सकते हैं। यह संबंधों को दूरी और अस्पष्टता की दिशा में ले जाता है, जिससे वे समृद्ध और संतुलित नहीं रह पाते।

इसलिए, हमें प्यार में विश्वास के महत्व को समझना चाहिए और इसे संबंधों में शामिल करने के लिए सक्रिय रूप से बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए। विश्वास से ही संबंधों को दीर्घकालिक और अच्छी तरह से स्थायी बनाया जा सकता है, जिससे हमारा जीवन संतुलित, खुशहाल और संवेदनशील रह सकता है।

1. भावनात्मक स्थिरता: विश्वास हमें भावनात्मक स्थिरता प्रदान करता है। जब हम अपने साथी पर विश्वास करते हैं, तो हमें यह एहसास होता है कि कोई है जो हमें समझता है और हमारा साथ देगा।
2. **सुरक्षा का एहसास:** विश्वास हमें सुरक्षा का एहसास कराता है। हमें यह विश्वास होता है कि हमारा साथी हमारे प्रति ईमानदार है और हमें कभी धोखा नहीं देगा।
प्यार की अभिलाषा में भावनात्मक स्थिरता एक महत्वपूर्ण और गहरा विषय है। यह वह स्थिति होती है जब दो व्यक्तियों के बीच की भावनाओं में स्थिरता और समर्थन मौजूद होता है, जो संबंध को मजबूत और दृढ़ बनाए रखता है। यह अर्थात्मक सम्बन्धों का आधार होता है जो सम्मान, संवाद, और सहयोग पर निर्भर करता है।
भावनात्मक स्थिरता का मतलब है कि जब हम एक दूसरे के साथ हैं, तो हमारी भावनाएं और भावनात्मक अनुभूतियां स्थिर रहती हैं। इसका अर्थ है कि हम दूसरे की भावनाओं को समझते हैं, उन्हें महसूस करते हैं, और उनके साथ सहयोग करते हैं। इससे संबंधों में विश्वास और आत्मीयता का अनुभव होता है, जो उन्हें मजबूत बनाता है।
भावनात्मक स्थिरता के लिए संबंधों में समय और ध्यान देना जरूरी होता है। यह समझने में मदद करता है कि दूसरे के भावनाओं और विचारों को कैसे समझा जा सकता है, और उन्हें समर्थन और प्रेरणा कैसे दिया जा सकता है। इससे न केवल व्यक्तिगत सुख बढ़ता है, बल्कि संबंध भी दृढ़ होते हैं और अधिक संघर्षरहित बनते हैं।

इस प्रकार, प्यार की अभिलाषा में भावनात्मक स्थिरता हमारे जीवन के एक महत्वपूर्ण पहलू को प्रकट करती है, जो हमें एक दूसरे के साथ गहरी और समृद्ध भावनात्मक संबंध बनाए रखने में मदद करती है।

3.प्यार की अभिलाषा के संवाद में पारदर्शिता:
 विश्वास के साथ संवाद में पारदर्शिता आती है। जब हम अपने साथी पर विश्वास करते हैं, तो हम बिना किसी डर के अपनी भावनाओं और विचारों को साझा कर सकते हैं
प्यार की अभिलाषा में संवाद में पारदर्शिता एक महत्वपूर्ण और गहरा मुद्दा है। यह मतलब होता है कि जब दो व्यक्तियों के बीच प्यार की भावना होती है, तो उनके संवाद में सच्चाई, ईमानदारी, और खुलापन की भावना होनी चाहिए। इससे न केवल संबंध मजबूत होता है, बल्कि दोनों व्यक्तियों के बीच विश्वास और समर्थन का माहौल भी बनता है।

पारदर्शिता संवाद में विभिन्न तरीकों से प्रकट हो सकती है:

1.सच्चाई के साथ संवाद:-दोनों व्यक्तियों के बीच वास्तविकता का संवाद होना चाहिए। यानी, वे एक-दूसरे से अपने विचार, भावनाएं, और अनुभूतियां साझा करते हैं बिना कि कुछ छुपाएं या छिपाएं। इससे दोनों के बीच भरोसा बढ़ता है और संबंध मजबूत होता है।

2. ईमानदारी और सहजता:-प्यार के संवाद में ईमानदारी और सहजता होनी चाहिए। दोनों पक्षों को अपनी बात कहने का स्वतंत्रता और स्वतंत्रता मिलनी चाहिए, जिससे कि उनके बीच में समझौते की संभावना बढ़ती है।

3. समर्थन और सहयोग:- पारदर्शिता संवाद में दोनों व्यक्तियों को एक-दूसरे का समर्थन और सहयोग देने की क्षमता होती है। जब एक व्यक्ति दूसरे के लिए समर्थन करता है और उसकी भावनाओं को समझता है, तो यह संबंध को गहराई और मजबूती देता है।

4.समझदारी और समझौता:- संवाद में समझदारी और समझौता का मौजूद होना चाहिए। यानी, दोनों पक्षों को एक-दूसरे के दृष्टिकोण को समझने और समझौते में योगदान देने की क्षमता होनी चाहिए।

इन सभी पहलुओं से स्पष्ट होता है कि प्यार की अभिलाषा में पारदर्शिता का होना कितना महत्वपूर्ण है। यह संवाद को समर्थन और स्थायित्व प्रदान करता है, जिससे संबंधों में अधिक संवाद और सहयोग होता है।

4.प्यार की अभिलाषा में रिस्तों की मजबूती:विश्वास किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाता है। यह दोनों लोगों को एक-दूसरे के साथ मजबूती से जोड़ता है और उन्हें जीवन की हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार करता है।
प्यार की अभिलाषा में रिश्तों की मजबूती एक अत्यंत महत्वपूर्ण और गहरा विषय है। यह विशेष रूप से उस संबंध को संदर्भित करता है जिसमें विश्वास, समर्थन और समर्पण के माध्यम से दो व्यक्तियों के बीच की अदालत और समझ बनी रहती है।
मजबूत रिश्ते उस आधार पर निर्मित होते हैं जो संबंधों को समृद्ध और स्थायी बनाता है। इन रिश्तों में विश्वास का होना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, जिससे दोनों व्यक्तियों के बीच की संवेदनशीलता और खुलापन की भावना बनी रहती है। यह संवाद और सहयोग के लिए एक मानवीय नींव प्रदान करता है, जो उन्हें अपने भावनाओं और अनुभूतियों को साझा करने में सक्षम बनाता है।
रिश्तों की मजबूती में समर्पण भी एक महत्वपूर्ण घटक होता है। यह मतलब होता है कि हम दूसरे के लिए समय, ध्यान और समर्थन उपलब्ध कराते हैं, जिससे उनके विकास और अच्छी तरह से संवादित होने में मदद मिलती है। इसके अलावा, समर्थन और संवाद के माध्यम से हम अपने संबंधों को मजबूत और स्थिर बनाए रखते हैं, जिससे संबंधों में अनुकूलता और समर्थन का माहौल बना रहता है।
इस प्रकार, प्यार की अभिलाषा में रिश्तों की मजबूती उन्हें एक आदान-प्रदान और संवाद की गहराई देती है, जो उन्हें आपसी समझ और समर्थन में आगे बढ़ने में मदद करती है। इसके परिणामस्वरूप, वे सुखी और पूर्ण जीवन जीने के लिए एक दूसरे का साथ प्राप्त कर सकते हैं।
प्यार में भ्रष्टाचार का प्रवेश
जब किसी रिश्ते में विश्वासघात या भ्रष्टाचार का प्रवेश होता है, तो यह उस रिश्ते को बर्बाद कर देता है। भ्रष्टाचार का मतलब है किसी भी नैतिकता या ईमानदारी के खिलाफ जाना। प्यार में, भ्रष्टाचार का मतलब हो सकता है धोखा, झूठ, और निष्ठा की कमी। जब एक साथी दूसरे के विश्वास को तोड़ता है, तो यह रिश्ता कमजोर हो जाता है और अंततः टूट जाता है।

1. धोखा: प्यार में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार धोखा होता है। जब एक साथी दूसरे को धोखा देता है, तो यह उस रिश्ते को गहरा घाव देता है। यह विश्वास को पूरी तरह से तोड़ देता है और रिश्ते को नष्ट कर देता है।
2. झूठ: झूठ भी प्यार में भ्रष्टाचार का एक बड़ा रूप है। जब एक साथी दूसरे के साथ झूठ बोलता है, तो यह विश्वास को कमजोर करता है और रिश्ते में दरार डालता है।
3. निष्ठा की कमी:-प्यार में निष्ठा सबसे महत्वपूर्ण होती है। जब एक साथी दूसरे के प्रति निष्ठावान नहीं रहता, तो यह रिश्ते में अस्थिरता और अविश्वास को जन्म देता है।
4. संवाद की कमी:भ्रष्टाचार का एक और रूप है संवाद की कमी। जब दोनों साथी एक-दूसरे के साथ खुलकर बात नहीं करते, तो यह रिश्ते में गलतफहमियाँ और अविश्वास को बढ़ावा देता है।

प्यार में विश्वास और भ्रष्टाचार के प्रभाव
प्यार में विश्वास और भ्रष्टाचार के प्रभाव बहुत गहरे और स्थायी होते हैं। यह दोनों तत्व रिश्ते को बहुत गहराई से प्रभावित करते हैं और इसका असर दोनों व्यक्तियों पर भी पड़ता है।

1. भावनात्मक दर्द: जब किसी रिश्ते में विश्वासघात होता है, तो यह दोनों साथियों को गहरे भावनात्मक दर्द में डालता है। यह दर्द बहुत समय तक रहता है और इसे भुलाना बहुत मुश्किल होता है।
2. आत्म-सम्मान की कमी:-विश्वासघात के बाद, व्यक्ति का आत्म-सम्मान बहुत हद तक प्रभावित होता है। उसे यह महसूस होता है कि वह शायद किसी के प्यार और विश्वास के लायक नहीं है।
3. भविष्य के रिश्तों पर असर:-एक बार विश्वासघात का सामना करने के बाद, व्यक्ति भविष्य में नए रिश्तों में विश्वास करने से डरता है। यह डर उसे नए रिश्ते बनाने से रोकता है और वह अकेलापन महसूस करता है।
4. आत्म-विश्वास की कमी:- जब किसी को प्यार में धोखा मिलता है, तो उसका आत्म-विश्वास भी कमजोर हो जाता है। उसे यह लगने लगता है कि वह किसी के लिए पर्याप्त नहीं है और उसे अपने आप पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है।

प्यार में विश्वास और भ्रष्टाचार से उबरना
प्यार में विश्वासघात और भ्रष्टाचार से उबरना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन यह असंभव नहीं है। इसके लिए हमें कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने होते हैं।

1. खुद को समय देना:सबसे पहले हमें खुद को समय देना चाहिए। भावनाओं को समझने और उनसे उबरने के लिए समय बहुत महत्वपूर्ण होता है।
2. माफी और स्वीकार्यता:-खुद को और दूसरे को माफ करना और स्थिति को स्वीकार करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह हमें आगे बढ़ने में मदद करता है।
3. स्वास्थ्य और खुशी की प्राथमिकता:- अपने स्वास्थ्य और खुशी को प्राथमिकता देना बहुत जरूरी है। हमें उन गतिविधियों में शामिल होना चाहिए जो हमें खुशी और संतोष देती हैं।
4. नए रिश्तों में धीरे-धीरे विश्वास बनाना: नए रिश्तों में प्रवेश करते समय हमें धीरे-धीरे विश्वास बनाना चाहिए। हमें अपने पिछले अनुभवों से सीखना चाहिए और नए रिश्ते में सच्चाई और ईमानदारी को प्राथमिकता देनी चाहिए।एक दूसरे के दु:ख दर्द को 

निष्कर्ष
प्यार में विश्वास और भ्रष्टाचार दोनों ही रिश्ते को बहुत गहराई से प्रभावित करते हैं। विश्वास किसी भी रिश्ते का आधार होता है, जबकि भ्रष्टाचार इसे नष्ट कर देता है। जब प्यार में विश्वासघात और धोखा होता है, तो यह व्यक्ति को गहरे भावनात्मक दर्द में डालता है और उसके आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास को कमजोर करता है। लेकिन इस दर्द से उबरना संभव है। हमें खुद को समय देना चाहिए, माफी और स्वीकार्यता को अपनाना चाहिए, और अपने स्वास्थ्य और खुशी को प्राथमिकता देनी चाहिए। नए रिश्तों में प्रवेश करते समय हमें सच्चाई और ईमानदारी को प्राथमिकता देनी चाहिए। यही हमारे लिए सही रास्ता होगा - प्यार में विश्वास को बनाए रखते हुए, भ्रष्टाचार से दूर रहना चाहिये ।

Friday, June 21, 2024

4:व्यक्तिगत अनुभव दु:ख और अफसोस

अभिलाषा की बेवफाई मेरे जीवन का वह अनुभव है जिसने मेरे दिल को गहरी चोट पहुंचाई थी। यह घटना कुछ साल पहले की है, लेकिन आज भी उसकी यादें मेरे मन को व्यापत करती हैं।

जब हम पहली बार मिले थे, तब से ही अभिलाषा ने मेरे जीवन में एक नई रौनक भर दी थी। हमारी बातचीत से लेकर उसकी मुस्कान तक, सब कुछ अद्भुत था। हम एक-दूसरे की समझ में आ गए थे, और मैंने उस पर पूरा विश्वास किया था।

लेकिन जिंदगी कभी-कभी हमें अचानक ही धोखा देती है। वैसा ही हुआ। एक दिन अचानक ही उसने मुझसे संपर्क तोड़ दिया। मेरे लिए वह पल था जब सब कुछ अचानक से टूट गया। मैं उसकी बेवफाई से बिल्कुल भी अनजान था।

उसके बाद, जीवन में अफसोस और दुख की गहराई थी। मैंने कोशिश की कि उसके निर्णय को समझूं, लेकिन मन में बहुत से सवाल थे। क्या मैंने कुछ ग़लत किया? क्या उसने कभी सच्ची तरह से मुझसे प्यार किया? ये सवाल मेरे दिमाग में हमेशा घूमते रहे।

बेवफाई के बाद, मैंने बहुत समय तक उस घटना को अपने दिल में रखा। लेकिन धीरे-धीरे, मैंने यह स्वीकार किया कि कुछ चीज़ें हमारे नियंत्रण में नहीं होतीं। हमें जीवन के मायने और महत्व को फिर से खोजने की जरूरत होती है।

अभिलाषा की बेवफाई मेरे जीवन का वह अनुभव है जिसने मेरे दिल को गहरी चोट पहुंचाई थी। यह घटना कुछ साल पहले की है, लेकिन आज भी उसकी यादें मेरे मन को व्यापत करती हैं।

जब हम पहली बार मिले थे, तब से ही अभिलाषा ने मेरे जीवन में एक नई रौनक भर दी थी। हमारी बातचीत से लेकर उसकी मुस्कान तक, सब कुछ अद्भुत था। हम एक-दूसरे की समझ में आ गए थे, और मैंने उस पर पूरा विश्वास किया था।

लेकिन जिंदगी कभी-कभी हमें अचानक ही धोखा देती है। वैसा ही हुआ। एक दिन अचानक ही उसने मुझसे संपर्क तोड़ दिया। मेरे लिए वह पल था जब सब कुछ अचानक से टूट गया। मैं उसकी बेवफाई से बिल्कुल भी अनजान था।

उसके बाद, जीवन में अफसोस और दुख की गहराई थी। मैंने कोशिश की कि उसके निर्णय को समझूं, लेकिन मन में बहुत से सवाल थे। क्या मैंने कुछ ग़लत किया? क्या उसने कभी सच्ची तरह से मुझसे प्यार किया? ये सवाल मेरे दिमाग में हमेशा घूमते रहे।

बेवफाई के बाद, मैंने बहुत समय तक उस घटना को अपने दिल में रखा। लेकिन धीरे-धीरे, मैंने यह स्वीकार किया कि कुछ चीज़ें हमारे नियंत्रण में नहीं होतीं। हमें जीवन के मायने और महत्व को फिर से खोजने की जरूरत होती है।

अब, वक्त बीत गया है और मैंने इस घटना से बहुत कुछ सीखा है। बेवफाई ने मुझे व्यक्तिगत स्थितियों में और सहजता से निपटने की क्षमता दी है। आज भी वह पल मेरे दिल में गहरी छाप छोड़ी है, लेकिन वह छाप मेरी ताकत बन गई है, न कि कमजोरी।

जब मैं अपने व्यक्तिगत अनुभव के बारे में सोचता हूँ, तो दु:ख और अफसोस की गहरी छाया मेरे दिल और दिमाग पर छा जाती है। प्यार में धोखा खाना और विश्वासघात का सामना करना मेरे जीवन का सबसे दर्दनाक अनुभव रहा है। यह अनुभव न केवल मेरे दिल को चोटिल कर गया, बल्कि मेरे आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को भी हिला कर रख दिया।
अभिलाषा के साथ बिताए गए वे खूबसूरत पल अब सिर्फ यादें बनकर रह गए हैं। हमने साथ में अनगिनत सपने देखे थे, भविष्य की योजनाएँ बनाई थीं, और एक-दूसरे के बिना अधूरा महसूस किया था। उसकी हंसी, उसकी बातें, और उसकी आँखों की चमक - सब कुछ एक सपना सा लगता था। लेकिन जब सच्चाई सामने आई कि वह किसी और के साथ भी जुड़ी हुई थी, तो यह मेरे लिए एक बड़ा आघात था। उसका विश्वासघात मेरे दिल को छलनी कर गया।
रात भर जागकर उसके साथ बिताए लम्हों को याद करते हुए आँसू बहाना, उन वादों और प्यार की याद में तड़पना, यह सब मेरे जीवन का हिस्सा बन गया। हर वह जगह जहाँ हमने साथ समय बिताया था, अब एक दर्दनाक याद बन गई है। उसकी हर निशानी मेरे दिल को कचोटती है और मुझे यह एहसास दिलाती है कि मैंने कितना प्यार और विश्वास उस पर किया था।

व्यक्तिगत अफसोस
उसके साथ बिताए गए समय और किए गए वादों के बारे में सोचकर, मेरे दिल में एक गहरा अफसोस है। मुझे यह अफसोस होता है कि मैंने उसके हर शब्द पर विश्वास किया, उसकी हर बात को सच्चाई माना, और अपने दिल को पूरी तरह से उसके हवाले कर दिया। यह सोचकर ही दिल में एक कसक उठती है कि कैसे मैंने अपने सपनों और उम्मीदों को उसके साथ जोड़ा था, और उसने उन्हें बेरहमी से तोड़ दिया।
मुझे यह भी अफसोस है कि मैंने अपने आत्मसम्मान को उसके प्यार के लिए त्याग दिया। मैंने उसकी हर बात को अपनी प्राथमिकता बनाई और अपने आप को कहीं पीछे छोड़ दिया। अब जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूँ, तो मुझे यह समझ में आता है कि मैंने अपने आप को कितना नुकसान पहुँचाया है।

 इस अनुभव से सीखे गए सबक
1. आत्म-सम्मान और आत्म-प्रेम:मैंने सीखा कि किसी भी रिश्ते में आत्म-सम्मान सबसे महत्वपूर्ण है। हमें अपने आप से प्यार करना चाहिए और अपनी खुद की पहचान बनाए रखनी चाहिए।

2. सच्चाई और ईमानदारी:सच्चे रिश्ते विश्वास और ईमानदारी पर टिके होते हैं। हमें किसी भी रिश्ते में सच्चाई और पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए।

3. आत्म-निर्भरता:इस अनुभव ने मुझे आत्म-निर्भरता की महत्ता सिखाई। हमें किसी भी परिस्थिति में अपने आप को संभालने की क्षमता होनी चाहिए।

4. धैर्य और सहनशीलता: प्रेम के विघटन ने मुझे धैर्य और सहनशीलता सिखाई। हर मुश्किल समय के बाद एक नया सवेरा आता है, और हमें इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए।

5. नई शुरुआत का साहस:हर अंत एक नई शुरुआत का अवसर होता है। हमें अपने अतीत से सीखकर आगे बढ़ना चाहिए और अपने जीवन को नए सिरे से जीने का साहस करना चाहिए।
आगे का रास्ता
अब जब मैंने अपने अनुभव से बहुत कुछ सीखा है, तो मैं अपने जीवन को एक नई दिशा में ले जाने के लिए तैयार हूँ। मैं अपने दर्द को अपनी ताकत में बदलने की कोशिश कर रहा हूँ और अपने आत्म-सम्मान और आत्म-प्रेम को प्राथमिकता दे रहा हूँ। यह रास्ता आसान नहीं है, लेकिन यह सही है।
 जीवन का सबसे बड़ा सबक
प्रेम और विश्वासघात की यह यात्रा हमें यह सिखाती है कि जीवन में हर अनुभव से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। हमें हर दर्द और हर कठिनाई को अपनी ताकत बनाना चाहिए और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। यही जीवन का सबसे बड़ा सबक है, और यही हमारी सबसे बड़ी जीत होगी - खुद को पहचानना, अपने आप से प्यार करना, और अपने जीवन को सच्चाई और ईमानदारी के साथ जीना।

3.प्रेम की अनमोलता का विघटन

प्रेम, जो अपने आप में सबसे पवित्र और अनमोल भावना है, जब इसका विघटन होता है, तो यह एक व्यक्ति के जीवन को गहरे तक प्रभावित करता है। प्रेम की अनमोलता का विघटन केवल दिल के टूटने तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह आत्मा को भी छील देता है, जिससे व्यक्ति के पूरे अस्तित्व पर असर पड़ता है।

प्रेम का आरंभ बहुत ही सुंदर और मनमोहक होता है। जब दो लोग प्रेम में होते हैं, तो वे एक-दूसरे के बिना अधूरे महसूस करते हैं। उनके दिल में एक-दूसरे के लिए सम्मान, विश्वास और आपसी समझ होती है। प्रेम की यह अनमोलता जीवन को एक नई दिशा देती है, एक नया मकसद देती है। 

लेकिन जब इस प्रेम का विघटन होता है, तो यह एक असीम दर्द और निराशा को जन्म देता है। प्रेम का टूटना ऐसा होता है जैसे किसी ने दिल को टुकड़ों में बाँट दिया हो। जिस व्यक्ति के साथ हमने अपना भविष्य देखा था, वही जब हमें धोखा देता है, तो यह असहनीय होता है। 

प्रेम की अनमोलता का विघटन कई कारणों से हो सकता है। यह अस्थिरता, असहमति, गलतफहमी या विश्वासघात के कारण हो सकता है। जब प्रेम में विश्वासघात होता है, तो यह सबसे गहरा घाव देता है। जिस व्यक्ति पर हमने अंधविश्वास किया, वही जब हमें धोखा देता है, तो यह दिल को पूरी तरह से तोड़ देता है। 

इस विघटन का सबसे बड़ा असर यह होता है कि व्यक्ति का आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास टूट जाता है। वह व्यक्ति खुद को दोषी मानने लगता है, खुद पर शक करने लगता है। वह सोचने लगता है कि उसने कहाँ गलती की, और क्यों उसका प्यार सफल नहीं हो सका। यह आत्म-मंथन उसे और भी गहरे दुख में धकेल देता है। 

प्रेम के विघटन के बाद व्यक्ति को यह सिखने की जरूरत होती है कि वह अपने आप से प्यार करे और अपने आत्म-सम्मान को बनाए रखे। यह समझना जरूरी है कि किसी और के कारण अपने आत्म-सम्मान को छोड़ना सही नहीं है। हमें अपने आप को पहचानना चाहिए और खुद को प्राथमिकता देनी चाहिए। 

प्रेम की अनमोलता का विघटन हमें यह भी सिखाता है कि सच्चे रिश्ते विश्वास और ईमानदारी पर टिके होते हैं। जहाँ यह दोनों चीजें नहीं होतीं, वहाँ रिश्ते लंबे समय तक नहीं टिक सकते। हमें अपने रिश्तों में सच्चाई और पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए। 

इस अनुभव ने मुझे यह भी सिखाया कि हमें कठिन समय में भी खुद को मजबूत बनाए रखना चाहिए। विश्वासघात का दर्द बहुत गहरा होता है, लेकिन इस दर्द से उबरकर आगे बढ़ना ही असली जीत है। हमें अपने दर्द को अपनी ताकत बनाना चाहिए और जीवन में नई दिशा में बढ़ना चाहिए। 

अंततः, प्रेम की अनमोलता का विघटन हमें यह सिखाता है कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है खुद के प्रति सच्चाई और ईमानदारी। हमें अपने आप पर विश्वास रखना चाहिए और अपने आत्म-सम्मान की रक्षा करनी चाहिए। हमें उन लोगों से दूर रहना चाहिए जो हमारे विश्वास और प्यार का मोल नहीं समझते। 

इस अनुभव ने मुझे मजबूत और समझदार बनाया है। अब मैं अपने जीवन को एक नई दिशा में ले जाने के लिए तैयार हूँ, जहाँ सच्चाई, ईमानदारी, और आत्म-सम्मान सबसे महत्वपूर्ण होंगे। और यही मेरी सबसे बड़ी जीत होगी - अपने दर्द को ताकत में बदलकर, एक नई शुरुआत करना।

प्रेम, जो अपने आप में सबसे पवित्र और अनमोल भावना है, जब इसका विघटन होता है, तो यह एक व्यक्ति के जीवन को गहरे तक प्रभावित करता है। प्रेम की अनमोलता का विघटन केवल दिल के टूटने तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह आत्मा को भी छील देता है, जिससे व्यक्ति के पूरे अस्तित्व पर असर पड़ता है।

प्रेम का आरंभ बहुत ही सुंदर और मनमोहक होता है। जब दो लोग प्रेम में होते हैं, तो वे एक-दूसरे के बिना अधूरे महसूस करते हैं। उनके दिल में एक-दूसरे के लिए सम्मान, विश्वास और आपसी समझ होती है। प्रेम की यह अनमोलता जीवन को एक नई दिशा देती है, एक नया मकसद देती है। 

लेकिन जब इस प्रेम का विघटन होता है, तो यह एक असीम दर्द और निराशा को जन्म देता है। प्रेम का टूटना ऐसा होता है जैसे किसी ने दिल को टुकड़ों में बाँट दिया हो। जिस व्यक्ति के साथ हमने अपना भविष्य देखा था, वही जब हमें धोखा देता है, तो यह असहनीय होता है। 

प्रेम की अनमोलता का विघटन कई कारणों से हो सकता है। यह अस्थिरता, असहमति, गलतफहमी या विश्वासघात के कारण हो सकता है। जब प्रेम में विश्वासघात होता है, तो यह सबसे गहरा घाव देता है। जिस व्यक्ति पर हमने अंधविश्वास किया, वही जब हमें धोखा देता है, तो यह दिल को पूरी तरह से तोड़ देता है। 

इस विघटन का सबसे बड़ा असर यह होता है कि व्यक्ति का आत्म-सम्मान और आत्म-विश्वास टूट जाता है। वह व्यक्ति खुद को दोषी मानने लगता है, खुद पर शक करने लगता है। वह सोचने लगता है कि उसने कहाँ गलती की, और क्यों उसका प्यार सफल नहीं हो सका। यह आत्म-मंथन उसे और भी गहरे दुख में धकेल देता है। 

प्रेम के विघटन के बाद व्यक्ति को यह सिखने की जरूरत होती है कि वह अपने आप से प्यार करे और अपने आत्म-सम्मान को बनाए रखे। यह समझना जरूरी है कि किसी और के कारण अपने आत्म-सम्मान को छोड़ना सही नहीं है। हमें अपने आप को पहचानना चाहिए और खुद को प्राथमिकता देनी चाहिए। 

प्रेम की अनमोलता का विघटन हमें यह भी सिखाता है कि सच्चे रिश्ते विश्वास और ईमानदारी पर टिके होते हैं। जहाँ यह दोनों चीजें नहीं होतीं, वहाँ रिश्ते लंबे समय तक नहीं टिक सकते। हमें अपने रिश्तों में सच्चाई और पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए। 

इस अनुभव ने मुझे यह भी सिखाया कि हमें कठिन समय में भी खुद को मजबूत बनाए रखना चाहिए। विश्वासघात का दर्द बहुत गहरा होता है, लेकिन इस दर्द से उबरकर आगे बढ़ना ही असली जीत है। हमें अपने दर्द को अपनी ताकत बनाना चाहिए और जीवन में नई दिशा में बढ़ना चाहिए। 

अंततः, प्रेम की अनमोलता का विघटन हमें यह सिखाता है कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है खुद के प्रति सच्चाई और ईमानदारी। हमें अपने आप पर विश्वास रखना चाहिए और अपने आत्म-सम्मान की रक्षा करनी चाहिए। हमें उन लोगों से दूर रहना चाहिए जो हमारे विश्वास और प्यार का मोल नहीं समझते। 
प्रेम की अनमोलता का विघटन दर्दनाक होता है, लेकिन यह हमें जीवन की सच्चाईयों से रूबरू कराता है। यह हमें सिखाता है कि हर मुश्किल के बाद एक नई शुरुआत होती है, और हमें हर परिस्थिति में खुद को मजबूत बनाए रखना चाहिए। यही जीवन का सबसे बड़ा सबक है, और यही हमारी सबसे बड़ी जीत होगी।


Wednesday, June 19, 2024

उपन्यास अभिलाषा की बेवफाई सूची

 उपन्यास:मेरी अभिलाषा (एक अधूरी कहानी)
अभिलाषा की बेवफाई 
विषय सूची
1. अभिलाषा की बेवफाई: एक परिचय
2. प्यार और विश्वासघात
3. व्यक्तिगत अनुभव: दुख और अफसोस
4. प्यार में विश्वास और भ्रष्टाचार
5. समाज में प्यार का अस्तित्व 
6. प्रेम की अनमोलता का विघटन
7. प्यार और स्वार्थ के बीच की उम्मीदें
8. प्यार में विश्वासघात: व्यक्तिगत अनुभव
9. बेवफाई का दर्द: मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण
10. स्वतंत्रता और संकट: बेवफाई के पश्चात
11. विश्वास और समाज: संघर्ष और समाधान
12. बेवफाई का बोझ: भावनात्मक परिणाम
13. संबंधों में विश्वासघात: समझौते और रिस्क्स
14. बेवफाई और स्वार्थ: समाजिक परिप्रेक्ष्य
15. दर्द और आत्म-प्रकाशन: बेवफाई के व्यक्तिगत पहलू
16. समाज में बेवफाई का भूमिका
17. विश्वासघात की प्राकृतिकता
18. बेवफाई के बाद: नई शुरुवात की उम्मीदें
19. अनुभव से सीख: विश्वास और स्वयं के मध्य संतुलन
20. प्यार और विश्वासघात: एक अनवरत खोज
21. बेवफाई के बाद: स्वीकृति और स्वतंत्रता
22. बेवफाई के निवारण: आगामी सफलता के लिए युक्तियाँ
23. दुख और संभावनाएँ: अभिलाषा की बेवफाई के प्रभाव
24. विश्वासघात से सीख: नई आशाएं और स्वयं के पुनर्निर्माण
25. विश्वास और आत्म-पुनर्निर्माण: बेवफाई से सीखें
26. अनुभव से सीखें और नई शुरुआत करें 
27. अभिलाषा की बेवफाई: एक अन्तर्निहित खोज
28. बेवफाई की शिकायतें: व्यक्तिगत अनुभवों का विश्लेषण
29. बेवफाई के बाद: संभावनाओं का पुनरावलोकन
30.- उनकी बेवफाई ने चन्दू को एकदम तोड़ दिया 
31.बेवफाई एंव मोटिवेशन
32.बेवफाई एंव नव जीवन निर्माण
33.बेवफाई एंव जीवन की सफलता
34.बेवफाई का भारतीय समाज पर प्रभाव
35.बेवफाई का भारतीय संस्कृति एंव सभ्यता का पतन
36-बेवफाई से व्यक्ति एंव व्यक्तित्व का पतन
37-बेवफाई से बदलता भारत का स्वरूप
38-बेवफाई से बढ़ता अपराध
39-बेवफाई से बर्बाद होते कैरियर
40.- बेवफाई से बढता मानव में अवशाद की स्थिति
41.-खूब सूरत मोड़ देकर बेवफा का त्याग
42.- पहली मुलाकात में प्यार 
43.- बेवफाई तो एक रास्ता है असल में उन्हें कोई और पसंद आ गया होता है 
44.- किसी के साथ बेवफाई करने से अच्छा है उसे सच्चाई बता देनी चाहिए
45.-बेवफाई ने उजाडा बहुतों का जीवन
46.बेवफाई का मानव पर पडता मनोवैज्ञानिक प्रभाव
47.बेवफाई के दर्द से बंचने के लिए कला, साहित्य संगीत का सहारा लेना चाहिए 
48- चन्दू का 5 साल नुकसान करके फिर कहते हैं कि प्यार नहीं है
49- बेवफाई करके वो भौतिक सुख पा गये होंगे लेकिन अंदर से वो कभी खुश नहीं होंगे
50-बेवफाई का हिसाब हना चाहिए और इसकी सजा उन्हें मिलनी चाहिए 
51- बेवफाई किसी समस्या का समाधान नहीं है बल्कि वह समस्या ही बढ़ता है 
52-जब मिले थे दोनों इलाहाबाद के सिंचाई विभाग के पार्क में वो वादा किये थे कि हम साथ-साथ रहेंगे 
52- लेकिन आज वो बेवफा होकर किसी और के हो गए 
53-उन्होंने बेवफाई इसलिए कि शायद उनके पास ऑप्शन बहुत थे
54-घर से निकलने वाले बच्चे बच्चियों पारिवारिक स्वतंत्रता की आड़ में संस्कार विहीन होते जा रहे हैं
55-कभी किसी का भरोसा नहीं तोड़ना चाहिए और अभिलाषा ने चंदू का भरोसा तोड़ दिया 
56-बेवफाई की समीक्षा

मेरे भारत से मानवता का पतन कारण एंव वीजारोपण

Wednesday, June 5, 2024

आओ मिलकर पेड़ लगाएं

.         शीर्षक-आओ मिलकर पेड़ लगाएं 

हरी भरी हो धरती अपनी,सुंदर बगिया सुंदर सपने 
जीवन का हो जाए सहारा,सबसे न्यारा सबसे प्यारा 
जगजीवन में यही सहारा,पेड़ नहीं तो जीवन हारा
आओ मिलकर पेड़ लगाएं,धरती को सुंदर बनाएं 

आज नहीं तो कल देखो,हंसता खिलता‌ जीवन मुस्काए
गांव घर मोहल्लों में अब,ऐसी सूचना फैलाएं
इंशा-इंशा अब पेड़ लगाए,धरा को अब हरा बनाएं
आओ मिलकर पेड़ लगाएं,धरती को सुंदर बनाएं

नदिया बहती कलकल निर्झर,पौधों को जल देती हैं 
आसमान में गरजा बादल,सब पर जल बरसती हैं 
नहीं करती हैं बैर कोई, हर इंशा से यह कहती हैं  
आओ मिलकर पेड़ लगाएं,धरती को सुंदर बनाएं 

नन्ही-नन्ही पंखुड़ियों को,रोपित कर उन्हें बचायें
गांव खेत खलिहानों में,एक-एक पौधा जरूर लगाएं 
सुंदर सपनों सा एक ऐसा,भारत अपना जरूर बनाएं
आओ मिलकर पेड़ लगाए धरती को सुंदर बनाएं 

पेड़ है तो जीवन है, इस बात को मानो तुम
पेड़ नहीं तो कुछ नहीं, इस बात को जानो तुम 
मेरे प्यारे देशवासियों,बात धरा की मानों तुम 
 आओ मिलकर पेड़ लगाएं ,धरती को सुंदर बनाएं
  
रचना 
चन्द्रपाल राजभर (आर्टिस्ट,शिक्षक,लेखक)

Saturday, June 1, 2024

पत्रकारिता में बनाएं कैरियर

  पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम बढ़ाए ,सुनहरा भविष्य पाएं -
आज आधुनिक दौर में पत्रकारिता को देश का चौथा स्तंभ माना जाता है वहीं पत्रकारिता जनसंचार का एक सुगम साधन भी बन चुका है देश की जनता के साथ जुड़कर उनके दुःख दर्द के साथ देश में हो रहे अत्याचार भ्रष्टाचार घूसखोरी अन्याय शोषण हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने का अहम माध्यम है देश की एकता अखंडता को बरकरार रखने के लिए आप पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना कैरियर बना कर देश की सेवा कर सकते हैं। ऐसे में आपका व्यक्तित्व साहसी,निडर,ईमानदार परिश्रमी एवं संयमता के साथ रचनात्मक होना चाहिए तथा किसी भी मुद्दे पर अलग हटकर सोचने समझने की दक्षता होनी चाहिए वही आज के दौर में बात करें शैक्षिक योग्यता की तो पत्रकारिता में शिक्षा कहां से प्राप्त करें आइए इस पर एक नजर डालते हैं

शैक्षिक योग्यता-
   आधुनिक दौर में पत्रकार बनने के लिए शैक्षिक योग्यता ज्यादा मायने नहीं रखती इसके लिए आपका व्यक्तित्व,प्रखर,इमानदार ,साहसी,संयमी और परिश्रमी होना चाहिए फिर भी समय की मांग के अनुसार आप किसी भी विषय वर्ग से 12वीं में 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण हो या स्नातक हो या परास्नातक हों पत्रकारिता का कोर्स कर सकते हैं

पत्रकारिता में कोर्स उपाधि-
बैचलर आॅफ जर्नलिज्म- इस कोर्स को 12वीं के बाद 50% अंकों के साथ 3 वर्ष की  स्नातक उपाधि ली जा सकती।

बीएससी एनीमेशन  एण्ड मल्टीमीडिया- 12वीं साइंस में 50% अंकों के साथ 3 वर्षीय उपाधि प्राप्त कर सकते हैं
बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन(B. J.M.C)- 12वीं में 50%के साथ किसी भी विषय वर्ग से हो कर सकते हैं यह बेसिक से लेकर एडवांस तक की संपूर्ण जानकारी के लिए पर्याप्त कोर्ष माना जाता है

बैचलर डिग्री इन मास कम्युनिकेशन -12वीं में 50% के साथ उत्तीर्ण हों किसी भी विषय वर्ग से हो इस उपाधि को प्राप्त कर सकते हैं
*-M.a. इन जर्नलिज्म ।
*-जर्नलिज्म एंड पब्लिक रिलेशन ।
*-प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में स्नातक एवं स्नातकोत्तर प्रशिक्षण।
*- मास्टर ऑफ आर्ट मास कम्युनिकेशन ।
*-मास्टर ऑफ आर्ट जनरलिज्म ।

पत्रकारिता  में डिप्लोमा कोर्स  -   पत्रकारिता में यदि आप स्नातक डिप्लोमा एवं पीजी डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं तो आप निम्न कोर्सों को कर सकते हैं 
1-पीजी डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म 
२-पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन 
३-एग्जीक्यूटिव डिप्लोमा इन जर्नलिज्म 
4-पत्रकारिता एवं जनसंचार में पीजी डिप्लोमा  
५-प्रसारण पत्रकारिता एवं न्यू मीडिया पीजी डिप्लोमा 
६-विज्ञापन जनसंपर्क में पीजी डिप्लोमा 
७-मास मीडिया प्रमाण पत्र(१२वीं)
8-पीजी डिप्लोमा इन मास मीडिया 
9-डिप्लोमा इन जर्नलिज्म 
10-स्पोर्ट्स जर्नलिज्म 
11-फैशन जर्नलिज्म 
12-इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म
13- फोटो जर्नलिस्ट
14- बिजनेस एंड फाइनेंसियल जर्नलिज्म
15-प्रिंट जर्नलिज्म 
16-मल्टीमीडिया जर्नलिज्म 
17-एडिटोरियल राइटिंग 
18-सर्टिफिकेट कोर्स इन जर्नलिज्म (योग्यता 12वीं)
19-पीएचडी (पत्रकारिता)
20-ग्रामीण पत्रकारिता

पत्रकारिता शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान -
1- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग वाराणसी 221005
2- महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय वाराणसी 221002
3- इलाहाबाद विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग इलाहाबाद
4- राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय इलाहाबाद
 5-अलीगढ़ विश्वविद्यालय पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग अलीगढ़
6- इंटरनेशनल स्कूल आफ मीडिया एंड इंटरटेनमेंट इंडस्ट्रीज नोएडा
7- एशियन स्कूल ऑफ मीडिया स्टडीज मारवा स्टूडियो कंपलेक्स नोएडा 
8-गढ़वाल विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग श्रीनगर गढ़वाल उत्तरांचल
9- फिल्म इंडस्ट्रीज ऑफ लखनऊ 312 श्रीनगर टावर अशोका मार्ग लखनऊ 
10-डॉ बी आर अंबेडकर विश्वविद्यालय जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन आगरा 
11-एमएसएमई विकास संस्थान पत्रकारिता विभाग कालपी रोड कानपुर 
13-डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद 
14-साकेत पीजी कॉलेज अयोध्या 
15-लखनऊ विश्वविद्यालय पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग लखनऊ 
16-वीर बहादुर सिंह विश्वविद्यालय जौनपुर
17- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन अरूणा आसफ अली मार्ग जेएनयू कैंपस नई दिल्ली
18- इंडियन टेलीविजन ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट c41 गुलमोहर पार्क नई दिल्ली 
19-दिल्ली विश्वविद्यालय साउथ केंपस बेनिटो जुआरेज रोड नई दिल्ली 
20-टाइम्स सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज 10 दरियागंज नई दिल्ली 
21-टेक वन स्कूल मास कम्युनिकेशन टेक वन हाउस नई दिल्ली 
22-नंबर वन जर्नलिस्ट एकेडमी ऑफ मास मीडिया नई दिल्ली 
23-पत्रकारिता महाविद्यालय g75 लाजपत नगर नई दिल्ली 
24-पायनियर मीडिया स्कूल दूसरी मंजिल लिंक हाउस बहादुर जफर मार्ग नई दिल्ली
25- सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज जीजीएस इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय कश्मीरी गेट नई दिल्ली
26- कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय कोटा स्टेडियम रायपुर 
27-गुरु घासीदास विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग बिलासपुर छत्तीसगढ़ 
28-जबलपुर विश्वविद्यालय जनसंचार विभाग यूटीडी सरस्वती विहार पचपेड़ी जबलपुर
 29-माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल
30- रविशंकर विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग चंपा देवी जैन नाइट कॉलेज रविशंकर यूनिवर्सिटी रायपुर 
31-कोटा ओपन विश्वविद्यालय परिसर रावतभाटा रोड कोटा 
32-राजस्थान विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग संस्थान जयपुर
33- पंजाब विश्वविद्यालय पत्रकारिता व जनसंपर्क विभाग पटियाला 
34-पंजाब विश्वविद्यालय मास कम्युनिकेशन विभाग चंडीगढ़ 
35-पंजाब कृषि विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग लुधियाना पंजाब 
36-महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय पत्रकारिता एवं जनसंपर्क विभाग रोहतक हरियाणा
37- उस्मानिया विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग उस्मानिया यूनिवर्सिटी केंपस हैदराबाद 
38-मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय गाछी बावली हैदराबाद 
39-कर्नाटक विश्वविद्यालय जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग झारखंड कर्नाटक
 40- केरल विश्वविपत्रकारिता एव जनसंचार विभाग  कटियावटट्टम
41- बंगलौर विश्वविद्यालय जनसंपर्क विभाग यूपी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग बेंगलुरु
42- मद्रास विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग मद्रास 43-मैसूर विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर पत्रकारिता अध्ययन एवं शोध विभाग मानस गंगोली मैसूर
44- कश्मीर विश्वविद्यालय मीडिया एजुकेशनल रिसर्च सेंटर हजरत लाल श्रीनगर
45- हिमाचल विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग शिमला 
46-शिवाजी विश्वविद्यालय विद्या नगर कोल्हापुर 47-मुंबई विश्वविद्यालय पीजी डिप्लोमा इन उर्दू जर्नलिस्ट पूर्वी मुंबई 
48-महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय पंचशीला वर्धा महाराष्ट्र 
49-नागपुर विश्वविद्यालय डिपार्टमेंट ऑफ जर्नलिज्म यूनिवर्सिटी नागपुर 
50-नालंदा विश्वविद्यालय बिस्कोमान गांधी मैदान पटना बिहार 
51-मगध विश्वविद्यालय हिंदी पत्रकारिता विभाग गया बिहार 
52-डॉक्टर जाकिर हुसैन विश्वविद्यालय बेली रोड पटना बिहार
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 पत्रकारिता के महत्वपूर्ण पत्रकारिता के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नौकरी के -
A-प्रिंट मीडिया -
यह देश का सबसे पुराना क्षेत्र है इसके महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करके अच्छा पैसा कमाया जा सकता है तथा मैगजीन अखबार विज्ञापन के माध्यमों से प्रिंट मीडिया को काफी मुनाफा होता है
           B-  इलेक्ट्रॉनिक मीडिया - यह महत्वपूर्ण टीवी चैनल होते हैं इसमें ऑडियो वीडियो को विजुलाइज किया जाता है इसके माध्यम से संपादक ,चीफ एडिटर,एडिटर,विज्ञापन मैनेजर के पदों पर आसीन होकर अच्छा पैसा कमाया जा सकता है 
     C- वेब पत्रकारिता  -   वेब पत्रकारिता में सुनहरा भविष्य होता है जब से लैपटॉप,टेबलेट और स्मार्ट मोबाइल फोन आ गया तब से वेब पत्रकारिता की मांग और बढ़ गई है सूचनाओं का आदान प्रदान करके वेब पत्रकारिता के माध्यम से घर बैठे ही पैसा कमाया जा सकता है
    D- जनसंपर्क पत्रकारिता -  यह पत्रकारिता की पढ़ाई के साथ साथ जनसंपर्क पत्रकारिता के बारे में पढ़ाई की जाती है और बताया जाता है कि किस तरह से जनता के बीच सकारात्मक छवि बनाकर जनसंपर्क अधिकारी,सूचना अधिकारी ,बिजनेस हाउसेस ,राजनीतिक व्यक्तित्व एवं सेलिब्रिटी के साथ कार्य कर अच्छा पैसा कमाया जा सकता है

 पत्रकारिता के अन्य क्षेत्रों में नौकरी के अवसर-                         पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण करने के बाद टीवी चैनल,टीवी सीरियल ,न्यूज़ एजेंसी न्यूज़ वेबसाइट ,प्रोडक्शन हाउस,चीफ एडिटर ,आर्ट क्रिएटर,विज्ञापन एडिटर,संपादक,ब्यूरो चीफ,प्राइवेट एवं सरकारी न्यूज़ चैनल्स,प्रसार भारती,रेडियो,पब्लिकेशंस ,डिजाइन ,फिल्म मेकिंग,दूरदर्शन में रोजगार के अपार अवसर होते हैं ऐसे में एक लाख से डेढ़ लाख तक या इससे भी ज्यादा की रकम कमाई जा सकती है वहीं पत्रकारिता के क्षेत्र में शिक्षक बनकर अपने ज्ञान को दुनिया में बांटकर गौरव महसूस किया जा सकता है तथा विभिन्न संस्थानों में शिक्षक प्रोफेसर प्रवक्ता के पदों पर आसीन होकर अच्छा पैसा सकता है ।

लेखक
चंद्रपाल राजभर(आर्टिस्ट) 
वैज्ञानिकवादी सामाजिक कला चिंतक इंडिया
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mo-9721764479
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