Tuesday, November 26, 2024

ग़ज़ल एल्बम 52

1- ग़ज़ल 
इश्क़ की राहों में कभी ख़ुद को खो दिया...

इश्क़ की राहों में कभी ख़ुद को खो दिया
तुझे पाने के चक्कर में सब कुछ छोड़ दिया।

मेरे दिल में बसी थी जो एक तसव्वुर की छाया
अब वो ख़्वाब भी जैसे किसी और का हो दिया।

माॅंगता था तेरे प्यार में बस तसल्ली
फ़िर भी दर्द में, ख़ुद को और ज़्यादा सज़ा दिया।

तू नहीं था पास, फिर भी हर क़दम तेरी तलाश थी
तेरे बिना ज़ीने का तरीक़ा ख़ुद को सीख लिया।

तू जो न था, वो दर्द अब मुस्कान में बदल गया
इस दिल को मैंने फ़िर से ख़ुद को से जोड़ दिया।
ग़ज़ल 
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
-----------------------------------
2
ग़ज़ल 

तन्हाई में तेरी यादों का असर है...

तन्हाई में तेरी यादों का असर है
दिल में उभरते सवालों का सहर है।

तेरी हॅंसी का वो असर, वो तेरी बातें
अब सिर्फ़ दिल में उनका इश्क़ भरा डर है।

तू था पास तो हर दर्द हल्का लगता था
तेरे बिना तो जीने का कोई रास्ता भर है।

गुज़रे पल और खोई हुई मोहब्बत
अब हर पल में इक खालीपन का डर है।

यादें तो हैं, मगर तेरे बिना क्या हैं
हवाओं में तेरी ख़ुशबू का क़सूर है।
ग़ज़ल 
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
------------------------
3
ग़ज़ल 
तू ज़हाॅं भी रहे, मेरी धड़कन में है...

तू ज़हाॅं भी रहे, मेरी धड़कन में है
तेरी यादों की एक गूॅंज अब तक में है।

मुझे तेरा इंतजार, कभी खत्म नहीं हुआ
दिल की गली में तेरा नाम अब तक में है।

ख़ुशबू तेरी हवाओं में बसी रहती है
तेरी आदतों का असर हर लम्हे में है।

कभी सोचा था कि तुझे छोड़ दूॅंगा
पर अब तो तुझसे जुड़े हर रंग में है।

तेरे बिना जीने की कोशिश की मैंने
पर मेरी तन्हाई में तेरा संग अब तक में है।
ग़ज़ल 
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
------------------------+--
4
ग़ज़ल 

तुझे खोने का डर कभी जाने नहीं पाया...

तुझे खोने का डर कभी जाने नहीं पाया
तेरे बिना ज़ीने का तरीक़ा मैं न पा पाया।

हवाओं में तेरी ख़ुशबू, आँखों में तेरा नाम,
इन एहसासों से दिल ने कभी भी छुटकारा न पाया।

कभी सोचा था, खुद को तेरे बिना भी पा लूॅंगा
पर तेरी यादों ने हमेशा मुझे पकड़ लिया।

तू कहीं भी हो, तेरा असर अब तक रहता है
मेरे दिल में तेरा अपना एक ख़ास हिस्सा रहता है।

इश्क़ में वो शिद्दत, वो मासूमियत भी खो दी
फिर भी तेरे प्यार का असर कभी कम न पाया।
ग़ज़ल 
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
-----------------------------
5
ग़ज़ल 

मेरे दिल की धड़कनें तुझे ही पुकारती हैं...

मेरे दिल की धड़कनें तुझे ही पुकारती हैं
तेरी यादों में अब मेरी दुनिया समाती है।

तेरे बिना हर रंग बेरंग सा लगता है
तेरी सूरत में ही रौशनी पाई जाती है।

कभी सोचा था दूर जाकर जी लूॅंगा
पर तेरे बिना तो जीने की वज़ह ही जाती है।

मुझे तुझसे कोई शिक़ायत नहीं, मग़र 
तेरे बाद, सब कुछ अधूरा सा लगता है।

हर साॅंस में तेरा नाम लिखा है दिल ने
तू जो नहीं, फ़िर भी हर जगह दिखती है।
ग़ज़ल 
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
-------------------------
6
ग़ज़ल 

दिल में एक सवाल सा बाक़ी है...

दिल में एक सवाल सा बाक़ी है
क्या तू मेरे बिना कभी तन्हा था?

तेरी हॅंसी की गूॅंज अब भी कानों में है
क्या तेरे दिल में भी मेरा नाम था?

हमने चाहा था तुझसे सच्चा प्यार
क्या तुमने कभी इसे महसूस किया था?

मेरे ख़्वाबों में तेरा चेहरा अभी तक है
क्या तू भी रातों में मुझे याद करता था?

अब तो दिल में बस एक ख़ामोशी है
क्या कभी ये ख़ामोशी तुझे भी महसूस हुआ था?
ग़ज़ल 
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
---------------------------
7
ग़ज़ल 
तेरे बिना दुनियाॅं कुछ भी नहीं लगती...

तेरे बिना दुनियाॅं कुछ भी नहीं लगती
हर ख़ुशी जैसे अब खो सी जाती है।

तेरे जाने के बाद, खालीपन बढ़ गया
दिल की हर धड़कन जैसे थम सी जाती है।

मुझे यक़ीन था, तुम लौट आओगे
अब वो उम्मीद भी अक़्सर टूट जाती है।

आने वाले कल में क्या होगा, पता नहीं
मग़र तुझसे ये दूरी कुछ सुलझाई जाती है।

ख़ुद को भी अब तुझसे दूर कर लिया
पर तेरे बिना, हर राह अजनबी सी लगती है।
ग़ज़ल 
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
---------------------------------
8
ग़ज़ल 
तू जो चला गया, तो हर पल रुक सा गया...

तू जो चला गया, तो हर पल रुक सा गया
तेरी यादों का साया हर जगह झुक सा गया।

मेरे दिल की ज़ुबाॅं अब तेरे बिना मौन है
तेरे बाद सब कुछ जैसे सुनसान सा गया।

तू था पास, तो ज़िंदगी का हर पल हसीन था
तेरे जाने के बाद, हर पल कुछ भी छुक सा गया।

इश्क़ में वो रंग, वो ख़्वाब सारे खो गए
तेरी बिनाई राहों में ॲंधेरा सा गया।

पर फिर भी, दिल की गहराई में तुझे महसूस किया
तेरे जाने के बाद भी, तेरा असर ताज़गी सा गया।
ग़ज़ल 
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 


No comments:

Post a Comment