Monday, December 2, 2024

"कलाएं जीवन जीना सिखाते हैं" आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर का चिंतन

"कलाएं जीवन जीना सिखाते हैं" आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर का चिंतन 
कलाएं केवल मनोरंजन का साधन नहीं होतीं, बल्कि यह जीवन को समझने, उसे बेहतर तरीके से जीने और उसकी गहराई को महसूस करने का माध्यम भी हैं। जब हम किसी कला रूप को अपनाते हैं, तो यह हमारे मनोभावों, संवेदनाओं और विचारों को एक दिशा प्रदान करती है। कला हमें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अवसर देती है, जो हमें मानसिक शांति और आंतरिक संतुलन प्राप्त करने में मदद करती है।

जीवन की जटिलताओं और संघर्षों के बीच, कलाएं हमें यह समझने में मदद करती हैं कि हर चुनौती, हर कठिनाई एक नए दृष्टिकोण और नए अनुभव का द्वार खोलती है। उदाहरण के लिए, जब एक व्यक्ति अपने भीतर की घुटन और तनाव को शब्दों, रंगों, संगीत या किसी अन्य कला रूप के माध्यम से प्रकट करता है, तो वह अपने भीतर छिपे दर्द से मुक्त हो सकता है। कला का यह रूप मनोवैज्ञानिक दृष्टि से अत्यंत प्रभावशाली है। इसे ‘कैथार्सिस’ कहा जाता है, जिसमें व्यक्ति अपनी नकारात्मक ऊर्जा को सृजनात्मक ऊर्जा में बदल देता है।

एक बार एक बच्चे का उदाहरण सामने आया, जो पारिवारिक समस्याओं के कारण अवसाद में था। वह अपने दोस्तों से दूर हो गया था और पढ़ाई में रुचि खो चुका था। आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर ने उसे पेंटिंग के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का सुझाव दिया। शुरू में वह अनमने मन से कागज और रंगों के साथ खेलता था, लेकिन धीरे-धीरे उसने अपनी भावनाओं को कैनवास पर उतारना शुरू किया। कुछ महीनों के भीतर उसने एक ऐसी पेंटिंग बनाई, जिसमें उसकी गहरी भावनाओं की झलक साफ दिख रही थी। इस पेंटिंग ने न केवल उसके आत्मविश्वास को बढ़ाया, बल्कि उसे अपनी एक नई पहचान भी दी। आज वह बच्चा एक सफल कलाकार है।

कला हमें यह सिखाती है कि जीवन में हर रंग का महत्व है। सुख के उजले रंग हों या दुःख के गहरे रंग, हर अनुभव हमें कुछ सिखाने के लिए आता है। कला हमें इन रंगों को स्वीकार करने और अपने जीवन को एक सुंदर कृति में बदलने का माध्यम प्रदान करती है। जीवन में कभी-कभी समस्याएं और चुनौतियां हमें तोड़ने के लिए नहीं, बल्कि हमें मजबूत बनाने के लिए आती हैं। कला हमें इन क्षणों को सृजन के अवसर में बदलने की प्रेरणा देती है।

कला केवल सृजन का माध्यम नहीं, बल्कि यह जीवन जीने की एक शैली है। यह हमें सिखाती है कि किसी भी परिस्थिति में संतुलन कैसे बनाए रखें। कला हमें अपनी कमजोरियों को स्वीकारने और उन्हें अपनी ताकत में बदलने का रास्ता दिखाती है। यह हमें सृजन के प्रति प्रेरित करती है, सहानुभूति विकसित करती है, और जीवन के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करती है।

इस प्रकार, कला का उद्देश्य केवल सौंदर्य का सृजन नहीं है, बल्कि यह हमें जीवन को समझने और उसकी जटिलताओं का सामना करने की ताकत भी देती है। कलाओं के माध्यम से हम यह सीखते हैं कि जीवन को केवल जिया नहीं जाता, बल्कि उसे सृजनात्मकता, संवेदनशीलता और सौंदर्य से जीना चाहिए। यही कला का असली सार है, और यही इसे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बनाता है।
आर्टिस्ट चंद्रपाल राजभर 
लेखक-SWA MUMBAI 

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