Sunday, October 27, 2024

गजल एल्बम 18 टाईप

1
गज़ल
उनकी याद सताती है

उनकी याद सताती है, दिल को बहुत तड़पाती है
खामोशी में हर लम्हा, याद उनकी मुस्कुराती है।

जिनकी चाहत में खोया, वो लम्हा भी अब भुलाती है
छोटे-छोटे ख्वाबों की, खुशबू अब तक महकाती है।

चाँद की रातों में उनका, नूर जब भी छा जाता है
हर एक साया मेरी जान, जैसे दिल को बहलाती है।

दिल की धड़कन में छुपा है, उनका हर एक फ़साना
बिछड़ने के बाद भी वो, जैसे मुझमें बस जाती है।

अब तो ख्वाबों में आते हैं, ग़म भी मुझे मुस्कुराते हैं
याद उनकी हर घड़ी, मुझको तन्हा कर जाती है।

संग उनके जो बीता था, वो पल अब भी याद आते हैं
जिंदगी की राहों में, वो ही साया बनके आती है।

गजल
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
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2
गज़ल
       दिल को तड़पाती है 

उनकी याद सताती है, दिल को बहुत तड़पाती है
हर सुबह की पहली किरण, उनकी यादों में खो जाती है।

जिनके साथ बीते लम्हे, वो मुस्कान अब भी हंसती है
हर एक ख्वाब में छुपी है, वो याद जो दिल को भाती है।

चाँदनी रातों में जब भी, चाँद की चमक बिखरती है
उनकी यादों की सर्द हवा, मेरे दिल को चुराती है।

आँखों में बसी उनकी तस्वीर, हर शाम मुझे बुलाती है
दिल की गहराइयों में छुपी, एक ग़ज़ल सा गुनगुनाती है।

बीते लम्हों की खुशबू, हर सांस में महकती जाती है
उनकी यादों की ये बारिश, मेरी तन्हाई को भिगोती है।

ख्वाबों में जो आते हैं, वो रूह को नया नज़ारा देते हैं
उनकी याद सताती है, जैसे चाँद से बातें करती है।

गजल
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
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3
गज़ल

उनकी याद जो आती है, दिल को बहुत सताती है
चुपके-चुपके ये रातें, मुझसे बातें करती जाती है।

सपनों में जो आकर, मुझे हमेशा चौंका देती है
हर ख्वाब में उनकी खुशबू, मेरे दिल को भिगोती है।

बीती बातें, खोई हुई, हर एक लम्हा सताती है
दिल की धड़कनों में जैसे, उनकी यादें बस जाती है।

आँखों में बसी हुई है, वो प्यारी-सी मुस्कान
उनकी यादों के साए, हर पल दिल को ललचाती है।

हर सुबह की पहली किरण, जैसे उनका चेहरा लाती है
दूर रहकर भी वो मुझसे, हर सांस में जुड़ी रहती है।

उनकी यादों का ये साया, मुझे कभी ना भुला पाता
दिल के कोने में छुपी वो, एक मीठी सी दास्तान बनाती है।

गजल
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
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4
गज़ल

दिल को भाती है 

उनकी याद सताती है, हर लम्हा दिल को भाती है
चुपके से रातों में जब, उनकी खुशबू महक जाती है।

बीती बातें याद आती हैं, आंसू दिल से निकल जाती है
जिनसे दूर रहकर भी, उनकी यादें मुझसे बातें करती है।

चाँद की चाँदनी में बसी, एक तस्वीर वो बुन जाती है
हर सुबह की किरण में जैसे, एक नई उम्मीद जगाती है।

बिछड़ने की कशमकश में, हर धड़कन अब भी गुनगुनाती है
उनकी यादों के साए में, ये तन्हाई भी मुस्कुराती है।

छोटी-छोटी खुशियों में, वो लम्हा अब तक समाती है
हर खुशी में उनकी कमी, दिल को बेचैन कर जाती है।

जब भी तूफ़ान आता है, उनकी याद मुझको थाम लेती है
हर दर्द की इस रात में, उनकी यादें मुझे राहत दे जाती है।

गजल
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
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5

गज़ल

 याद उनकी आती है, रातों में दिल की सिसकियाँ
चाँद के संग बसी हैं बातें, जैसे कोई पुरानी किस्सियाँ।

जब भी चुप्पी छाती है, वो लम्हा मुझे बुलाती है
खामोशियों में तैरती, उनकी यादों की मिठास छाती है।

पलकों पर बसी हुई हैं, उनकी हंसी की धुनें सजी
हर सुबह की रोशनी में, जैसे कोई सपना पलती है।

दूर रहकर भी वो करीब हैं, दिल की गहराइयों में
यादों की एक किताब में, हर एक पन्ना वो खोलती है।

तेरे नाम से सजती है, हर गली हर एक साज है
मेरे दिल की हर धड़कन में, तेरी यादों का एक राज है।

जब भी कोई ग़ज़ल गूंजे, मैं तेरा नाम लूँ फिजाओं में
तेरे बिना ये जीवन, जैसे एक अधूरी साज है।

गजल
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
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6
गज़ल

तेरी याद रूलाती है, जब रातों की चाँदनी छाती है
हर साज में, हर सुर में, जैसे वो खुदा की बाती है।

खामोश लम्हों में छुपी, उनकी हंसी की गूंज सुनाई
तेरे बिना ये दिल जिया, जैसे खामोशी की एक सच्चाई है।

पलकों पर बसी तेरी छवि, हर धड़कन में तेरा नाम है
जब भी तूफ़ान आता है, तेरी याद मुझे संभालता है।

गुलाबों की खुशबू में जैसे, तेरी याद महकती है
बिछड़कर भी तू पास है, हर दर्द की राहत देती है।

तेरे संग बीते लम्हे, हर एक ख्वाब की मिठास हैं
दिल की गहराइयों में छुपी, वो मीठी यादों की आस है।

जब भी देखूँ ये तारे, मुझे तेरी याद सताती है
तू दूर रहकर भी मेरे पास, जैसे हर साँस में समाती है।

गजल
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
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7
गज़ल
तेरी यादों का साया

तेरी यादों का साया, हर पल दिल में रहता है
जब से तुम दूर गए हो, तन्हाई का मंजर रहता है 

चाँदनी रातों में ख्वाब, तेरे चेहरे को तलाशते हैं
हर सांस में तेरी खुशबू, जैसे फिजाओं को छू जाते हैं 

सफर में तेरा साथ था, अब रास्ता सूना लगता है
हर मोड़ पर तेरा नाम, मेरी ज़िंदगी का सहारा बनता है।

बीते लम्हों की बातें, जैसे मीठा कोई गीत है
तेरे बिना हर खुशी में, एक अधूरापन सा रहता है।

आँखों में बसी तस्वीर, दिल की धड़कन में तेरा जिक्र है
जब भी देखूँ ये तारे, तेरी यादों में जिंदा रहता हैं।

तू जो नहीं है पास मेरे, तो हर लम्हा है सूनापन
तेरी यादों का ये सिलसिला, जैसे तन्हाई का मंजर रहता है 

गजल
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 
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8
गज़ल
तेरी यादें मेरे संग

तेरी यादें मेरे संग, हर पल एक कहानी है
जब भी देखूँ आकाश, तेरा चेहरा मुस्कुराता है।

खामोश रातों में वो, लम्हा याद आता है
तेरे बिना ये दिल मेरा, जैसे बंजर सा हो जाता है।

सपनों की दुनिया में, तेरा ही जादू बिखरा है
हर खुशी में अब मेरा, बस तेरा ही नाम लिखा है।

जब भी चाँद निकले, तेरे ख्वाबों की रोशनी है
तेरी यादों की लहर में, दिल मेरा तैरता है।

गुलाबों की खुशबू में, तेरा अहसास समाया है
हर एक धड़कन में बस, तेरा ही नाम पाया है।

तू जो दूर हो जाता है, तन्हाई मुझको सताती है
तेरी यादें जैसे साया, हर दर्द को मिटाती है।

गजल
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर 

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