तेरी बेवफाई ने मुझको रूला दिया
दिल के अरमानों को भी जला दिया।
साथ निभाने का वादा तोड़ा
बेवजह मुझको तन्हा छोड़ दिया।
अब तेरी यादें सताती हैं यूं
जैसे बिन बादल सावन बरस पड़ा।
दिल की वीरानी कहां ले जाऊं
हर साया तेरी याद दिला दिया।
तेरी बेवफाई ने मुझको रूला दिया
दिल के अरमानों को भी जला दिया।
गीत
चन्द्रपाल राजभर
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2
तेरी बेवफाई ने मुझको मिटा दिया
राहों में ख्वाबों को बिखरा दिया।
जो था मेरा, वो तेरा कर दिया
तेरी हंसी में ग़म अपना मिला दिया।
आंखों में अश्कों का दरिया है
दिल ने हर अरमान भुला दिया।
किस्मत ने तुझसे मुझे जुदा किया
तेरी बेवफाई ने मुझको रुला दिया।
बर्बादियों का सिला यही पाया
तूने हर वादा बेवजह तोड़ दिया।
तेरी बेवफाई ने मुझको मिटा दिया
राहों में ख्वाबों को बिखरा दिया।
गीत
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर
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3
दिल लगी है तो दिल जलाया क्यों
मुझको अपना बनाकर रुलाया क्यों।
जिस राह पे चलना नहीं था तुझे
उस राह पर मुझको बुलाया क्यों।
चाहत की कसमें जो खाईं थीं संग
उन कसमों को फिर भुलाया क्यों।
सपनों में रंगीन था एक जहाँ
फिर उस जहाँ को मिटाया क्यों।
दिल लगी है तो दिल जलाया क्यों
मुझको अपना बनाकर रुलाया क्यों।
तेरी राहों में खुद को खोया था जब
फिर राहों से खुद को हटाया क्यों।
चुपके से मुझसे वो नजरें चुराईं
खामोशियों में फिर सताया क्यों।
दिल लगी है तो दिल जलाया क्यों
मुझको अपना बनाकर रुलाया क्यों।
गीत
आर्टिस्ट चन्द्रपाल राजभर
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