Thursday, February 6, 2025

गीत एल्बम 65

तेरे प्यार की धुन में बसा, कोई गीत बना दूॅं मैं 
आ जाओ जीवन में,हर पल को सज़ा दूॅं मैं।

हर दर्द की सिहरन को अब गीत बना दूॅं मैं
ख़ुशियों की चादर में हर स्वप्न सज़ा दूॅं मैं।
तुम मेरे सुरों को अपनी लय बना कर देखो 
मैं प्यार की धुन में बसा एक गीत सज़ा दूॅं मैं।

न रात की खामोशी, न सुबह की हलचल हो
बस दिल के तारों से भर दो मेरा हर पल।
जीवन की धारा को तुम रस भरा कर दो,
प्यार की धुन में बसा मेरा गीत नया कर दो।

तेरे बिन अधूरी सी लगती है हर राह,
संग तेरे बहारों का लगता है हर माह।
आकर मेरे दिल को तुम सजीव बना कर दो,
प्यार की धुन में बसा मेरा गीत नया कर दो।

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